Raksha bandhan 2024 :रक्षा बंधन का त्योहार श्रावण माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस बार 19 अगस्त 2024 सोमवार के दिन राखी बांधी जाएगी। राखी बांधते समय सभी लोग शुभ मुहूर्त तो देखते हैं परंतु वास्तु के अनुसार राखी बांधने का ध्यान कम लोग ही रखते होंगे। आओ जानते हैं इस बार वैदिक राखी के साथ ही रक्षा बंधन पर वास्तु का ज्ञान।ALSO READ: Raksha Bandhan Rakhi 2024: रक्षाबंधन पर भद्रा और पंचक दोनों का साया, बस यही समय बचा राखी बांधने का
वैदिक राखी:-
शास्त्रानुसार इसके लिए 5 वस्तुओं का विशेष महत्व होता है, जिनसे रक्षासूत्र का निर्माण किया जाता है। इनमें दूर्वा (घास), अक्षत (चावल), केसर, चंदन और सरसों के दाने शामिल हैं। इन 5 वस्तुओं को रेशम के कपड़े में बांध दें या सिलाई कर दें, फिर उसे कलावे में पिरो दें। इस प्रकार वैदिक राखी (Vaidik Rakhi) तैयार हो जाएगी।
कैसे बांधें वास्तु शास्त्र के अनुसार राखी?
1. राखी बांधते समय उचित दिशा का ज्ञान होना जरूरी है। यदि बहन अपने भाई को राखी बांध रही है तो बहन को पश्चिम में मुख करके राखी बांधना चाहिए। मतलब यह भी भाई का मुख पूर्व में होना चाहिए। अन्य दिशा में बैठकर नहीं बांधने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।ALSO READ: Raksha Bandhan sweets: राखी स्पेशल मिठाई, अभी नोट करें रक्षाबंधन की 6 आसान रेसिपी
2. भाई को लकड़ी के पाट पर बैठाकर बहन को कुश के आसन पर बैठना चाहिए।
3. राखी बांधते वक्त भाई और बहन को सिर ढककर रखना चाहिए।
4. वास्तु अनुसार वही राखी बांधना चाहिए जो प्राकृतिक चीजों से बनी हो या वैदिक राखी बांधें। पुरानी राखी न बांधें।
5. वास्तु के अनुसार लाल, पीले और नारंगी रंग की राखी बांधना चाहिए। नीले, जामुनी, काले या कत्थई रंग की राखी न बांधें।