* रामनवमी के दिन भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करें।
* नया घर, दुकान अथवा प्रतिष्ठान में पूजा-अर्चना कर प्रवेश किया जा सकता है।
* राम का जन्मोत्सव इसी तरह मनाएं जैसे घर में कोई नन्हा शिशु जन्मा हो।
* नवमी के दिन कुंआरी कन्याओं को भोजन कराएं। मंदिर में केसरिया ध्वजा चढ़ाएं।
* श्रीराम नवमी के दिन रामरक्षास्त्रोत, राम मंत्र, हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, सुंदर कांड आदि के पाठ से ना सिर्फ अक्षय पुण्य मिलता है बल्कि धन संपदा के निरंतर बढ़ने के योग जाग्रत होते हैं।