22 January 2024 Special Day: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन और रामलाला प्राण प्रतिष्ठा का समारोह हो रहा है। इस दौरान हर घर पर राम पताका फहराई जाएगी और घर घर दीपक जलाएं जाएंगे। संपूर्ण भारत में इस दिन दिवाली जैसा माहौल रहेगा। यदि आप वास्तु के अनुसार इस दिन सुंदर डिजाइन वाले दीयों को सुंदर डिजाइन के साथ रखेंगे तो इसका आपको दोगुना लाभ मिलेगा।
क्षेत्र कोण पर दीए रखकर जलाएं:-
दिवाली के दिन आपने देखा होगा कि सुंदर रंगोली बनाकी उसके बीचोबीच दीया रखा जाता है।
आप इस बार अपने द्वार के बाहर या भीतर वास्तु के अनुसार एक डिजाइन बनाएं और उस पर दीपक रखकर उसे प्रज्वलित करें।
यह एक डिजाइन ऐसी है जो आपके घर को सकारात्मक ऊर्जा से भर देगी।
यह एक प्रकार का क्षेत्र कोण है जो छह चक्रों को दर्शाते हैं।
यह पंच तत्वों का भी प्रतीक है।यह प्राचीन प्रतीक चिन्ह भी है जो सदियों से उपयोग किया जाता रहा है।
दो उपर की ओर देखने वाले त्रिकोण, दो नीचे की ओर देखने वाले त्रिकोण और बीच में एक दूसरे को काट रहे दो त्रिकोण।
यह बीच का त्रिकोण एक सितारे जैसा होता है जो अनाहत का प्रतीक भी है।
इसे घर के बीचोबीच बनाएं और हर त्रिकोण के बीच के बिंदू पर एक जल का पात्र रखें और उस पात्र में एक दीया जलाकर रख लें।
इसे दिन में जलाएंगे तो यह जीवन में सेहत, सुख और शांति के साथ ही तनाव रहित जीवन देगा।
इसे रात में जलाएंगे तो यह जीवन से अंधकार को मिटा देगा। यह राहु और केतु के दोष शांति कर देगा।
vastu design for lamps
कैसे बनाएं मांडना के रंग:
चावल या चूने को मिलाकर गेरुआ, सफेद, पीला आदि रंग बनाकर मांडना के रंग तैयार किए जाते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में मांडना उकेरने में गेरू या हरिमिच, खड़िया या चूने का प्रयोग किया जाता है।
गेरू या हरिमिच का प्रयोग बैकग्राउंड के रूप में जबकि विभिन्न आकृतियों और रेखाओं का खड़िया या चूने से बनाया जाता है।
आप चाहे तो बाजार से मांडना के रंग और उन्हें बनाने के सांचे खरीदकर ला सकते हैं। यह सबसे आसान तरीका है।
जिस तरह रंगोली को बनाने के लिए सांचे मिलते हैं उसती तरह मांडना के भी मिलते हैं।