thailand ramakien : हाल ही में थाईलैण्ड की सुंदरी ओपल सुचाता ने मिस वर्ल्ड 2025 का खिताब अपने नाम किया। विश्व सुंदरी बनने के बाद ओपल अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करना चाहती हैं। उन्होंने कहा, "मैं भारत के बहुत से मंदिरों को देखना चाहती हूं। मुझे ये जगहें बहुत सुंदर और खास लगती हैं। जैसे मैंने कहा, भारत और थाईलैंड की संस्कृति और परंपराएं एक-दूसरे से काफी मिलती-जुलती हैं। इसलिए इन जगहों को देखना और जानना बहुत अच्छा अनुभव होगा।" गौरतलब है कि भारत और थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक रिश्ता काफी पुराना है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मिस वर्ल्ड ओपल सुचाता जिस थाईलैंड से आती हैं, वहाँ भी भगवान राम की कथा का एक बेहद अनूठा और गहरा रूप मौजूद है? इसे रामकियेन कहा जाता है, जो थाईलैंड के राष्ट्रीय महाकाव्यों में से एक है।
थाईलैंड की 'रामकियेन': राम कथा का एक अनोखा थाई संस्करण
'रामकियेन' थाई शब्द है जिसका हिंदी अनुवाद 'भगवान राम की गाथा' है। शायद आपको यह जानकर आश्चर्य होगा, लेकिन थाईलैंड में भी कई ऐसे मंदिर हैं जहाँ हिंदू देवी-देवताओं का एक अलग अवतार देखने को मिलता है। भगवान राम और सीता की कहानी का मंचन आपने भारत में कई बार देखा होगा, लेकिन थाईलैंड में इसका यह अनोखा रूप आपको सचमुच काफी प्रेरित कर सकता है।
थाईलैंड की रामकियेन भारतीय विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण और हनुमान नाटक का मिला-जुला रूप लगती है। ये तीनों ही भारत में बहुत महत्वपूर्ण काव्य माने जाते हैं। थाई रामायण की कहानी भी काफी कुछ भारतीय रामायण से मिलती-जुलती है, लेकिन इसमें कुछ खास अंतर भी हैं जो इसे अद्वितीय बनाते हैं।
रामकियेन का गहरा आध्यात्मिक संदेश
थाईलैंड में रामकियेन की कहानी को आध्यात्मिक माना जाता है, जहाँ भगवान राम निर्वाण (सीता) की खोज करते हैं। यह गहनता रामकियेन को सिर्फ एक महाकाव्य से कहीं बढ़कर बनाती है। इस रामायण में भारतीय रामायण के रावण को ओसाकंथ (Tosakanth) कहा जाता है। रामकियेन में यह भी बात की जाती है कि रावण और उसके सभी भाई अपनी आत्मा की पवित्रता पा चुके थे। रामकियेन में बताया जाता है कि रावण का परिवार इच्छाओं के मायाजाल में फंसा था, जो अंत में अपनी इच्छाओं पर विजय पाकर ज्ञान की प्राप्ति करता है। यह रामकियेन का एक महत्वपूर्ण संदेश है, जो दर्शाता है कि गलत मार्ग पर चलने वाले भी अंततः आत्म-शुद्धि प्राप्त कर सकते हैं। रामाकीन में रावण को मानव दिखाया गया है। सीता हरण को भी रावण के प्यार की दृष्टि से देखा गया है। रामाकीन में रावण की तारीफ भी की गई है। यही मुख्य अंतर है भारतीय रामायण और थाई रामायण में।
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