छत्रपति शिवाजी टर्मिनस के चश्मदीद गवाह

मुंबई के भीड़भरे छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन पर बुधवाकी रात हुए आतंकवादी हमले के एक चश्मदीद गवाह ने कहा कि वह अपनी जिंदगी में इस घटना को नहीं भुला पाएगा।

सीएसटी पर हुई गोलीबारी में अवबिंदू चटर्जी ने अपनी माँ को खो दिया। उन्होंने बताया कि वे सपरिवार कोलकाता जाने के लिए कल सीएसटी में ट्रेन का इंतजार कर रहे थे कि अचानक गोली चलने लगी और एक गोली ने उनकी माँ की जीवन लीला समाप्त कर दी।

उन्होंने बताया कि कल शाम चार बजे वे नालासोपारा से सीएसटी स्टेशन पर छोड़कर कुछ सामान वापस लेने के लिए वापस नालासोपारा गए।

वे अपनी पत्नी सुनीता और माँ मीरा के साथ सीएसटी स्टेशन पर बैठे थे कि अचानक आतंकवादियों ने गोली चला दी, जिससे उनकी माँ की घटना स्थल पर ही मृत्यु हो गई, जबकि उनकी पत्नी भागकर जान बचाने में सफल हो गई।

मुंबई के भिंडी बाजार के रहने वाले एक अन्य चश्मदीद गवाह शादाब कुरैशी ने बताया कि स्टेशन पर हुए आतंकवादी फायरिंग में उनकी छह वर्ष की बेटी मर गई ।

वे औरंगाबाद जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, इतने में उनकी बेटी ने कहा कि उसे भूख लगी है तो उसके खाने के लिए मैं सामान खरीदने के लिए चला गया और जब वापस आया तो देखा कि उसकी बेटी खून से लथपथ पड़ी है और पत्नी के पाँव में गोली लगी थी। बाद में उसे सेंट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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