धरती होगी सूरज के सर्वाधिक नजदीक

गुरुवार, 3 जनवरी 2008 (12:38 IST)
गुरुवार के दिन धरती सूर्य के सबसे नजदीकी बिन्दु पर होगी। तीन जनवरी को धरती 'पेरिहेलिअन' बिन्दु पर होगी जबकि चार जनवरी को यह एफेलिअन बिन्दु पर चली जाएगी।

पेरिहेलिअन धरती की कक्षा में एक ऐसा बिन्दु है जो सूरज के सबसे अधिक नजदीक है जबकि एफेलिअन खगोलीय इकाई की कक्षा में एक ऐसा बिन्दु है जो सूरज से सर्वाधिक दूर है।

प्लेनेटरी सोसायटी ऑफ इंडिया के संस्थापक और सचिव रघुनंदन कुमार ने इस खगोलीय घटना के बारे में बताया कि तीन जनवरी को धरती सूरज के सबसे अधिक नजदीक होगी जबकि दूसरा घटनाक्रम चार जनवरी को भारतीय समय के अनुसार अपराह्न 12 बजकर 10 मिनट पर होगा।

धरती और सूरज के बीच सर्वाधिक नजदीकी और दूरी की घटना के अतिरिक्त आसमान में एक और विचित्र घटना होने वाली है जिसमें उल्का पिंडों की बौछार दिखेगी।

उल्का पिंडों की बौछार की घटना एक जनवरी से पाँच जनवरी तक देखी जा सकती है लेकिन चार जनवरी को सुबह तीन बजे यह बिल्कुल स्पष्ट दिखेगी। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन के अनुसार चार जनवरी को एक घंटे के दौरान 120 से अधिक बार उल्कापात दिखेगा।

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