सुकमा कलेक्टर एलेक्स मेनन का अपहरण

शनिवार, 21 अप्रैल 2012 (23:00 IST)
PTI
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों ने सुकमा जिले के कलेक्टर का शनिवार को अपरहण कर लिया तथा उनके दो अंगरक्षकों को गोली मार दी।

राज्य के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रामनिवास ने बताया कि सुकमा जिले के केरलापाल क्षेत्र के माझीपारा गांव में नक्सलियों ने सुकमा जिले के कलेक्टर तथा वर्ष 2006 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एलेक्स पॉल मेनन का अपरहण कर लिया तथा उनके दो अंगरक्षकों को गोली मार दी। दोनों अंगरक्षकों की मौत हो गई है।

रामनिवास ने बताया कि राज्य में ग्राम सुराज अभियान के दौरान कलेक्टर मेनन आज केरलापाल क्षेत्र के माझीपारा गांव में कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। वहां वे एक सभा में हिस्सा ले रहे थे। इस दौरान लगभग 20 की संख्या में हथियार बंद नक्सली वहां पहुंचे और कलेक्टर के दो गार्डों को गोली मार दी। बाद में नक्सली मेनन को अपने साथ जंगल की ओर ले गए। इस दौरान सुकमा के एसडीएम एसके वैध भी वहां मौजूद थे। नक्सलियों ने वैध को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।

उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक शांडिल्य के नेतृत्व में पुलिस दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेनन की खोज में पुलिस दल गठित किया गया है तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटना पर नजर रखे हुए हैं। वहीं इस घटना के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक अनिल एम. नवानी ने एक आपात बैठक बुलाई तथा स्थिति की समीक्षा की।

रामनिवास ने बताया कि अभी तक नक्सलियों की तरफ से कोई मांग या किसी भी प्रकार की पत्र व्यवहार की जानकारी नहीं है तथा पुलिस की कोशिश है कि मेनन की सुरक्षित वापसी हो सके। मेनन तमिलनाडु के रहने वाले हैं।

छत्तीसगढ़ में रमनसिंह की सरकार ने राज्य के निवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए गांव-गांव जाकर उनकी बात सुनने का सिलसिला शुरू किया है। राज्य सरकार ने इसे ग्राम सुराज अभियान का नाम दिया है। इस अभियान के दौरान राज्य के मंत्री, विधायक और अधिकारी गांव का दौरा कर रहे हैं और ग्रामीणों की समस्याओं से अवगत हो रहे हैं।

ग्राम सुराज अभियान के दौरान ही शुक्रवार को राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने स्थानीय विधायक के काफिले को निशाना बनाकर बारूदी सुरंग में विस्फोट किया था। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।

हमले के बाद मुख्यमंत्री रमनसिंह ने शुक्रवार देर रात यहां अपने निवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की आपात बैठक लेकर स्थिति की समीक्षा की थी। बैठक में उन्होंने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त के निर्देश भी दिए थे। (भाषा)

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