Gujarat News : गुजरात में अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में सरकारी स्वास्थ्य सेवा योजना के तहत इलाज के दौरान या उसके बाद पिछले 3 वर्षों में 112 लोगों की मौत हुई। इस अस्पताल में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के दो लाभार्थियों की एंजियोप्लास्टी में हुई मौत के बाद जांच में यह खुलासा हुआ। सितंबर 2021 से अक्टूबर 2024 के बीच करीब 8,500 मरीजों ने इस निजी अस्पताल में उपचार कराया या अलग-अलग तरह की सर्जरी कराई। जांच में यह भी सामने आया कि एंजियोप्लास्टी के दौरान हुई मौत के मामले में गिरफ्तार लोगों सहित अस्पताल प्रबंधन ने कमाई को विभिन्न मदों में विभाजित किया।
पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस अस्पताल में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) के दो लाभार्थियों की एंजियोप्लास्टी में हुई मौत के बाद जांच में यह खुलासा हुआ। अहमदाबाद अपराध शाखा ने शहर के ख्यातिप्राप्त मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के एक निदेशक एवं बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. संजय पटोलिया को गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद मामले की जांच के दौरान यह खुलासा किया।
यह अस्पताल पिछले महीने तब सुर्खियों में आया था, जब पीएमजेएवाई के तहत पंजीकृत दो मरीजों की अनावश्यक एंजियोप्लास्टी प्रक्रिया के बाद मौत हो गई थी। सहायक पुलिस आयुक्त भरत पटेल ने बताया कि सितंबर 2021 से अक्टूबर 2024 के बीच करीब 8,500 मरीजों ने इस निजी अस्पताल में उपचार कराया या अलग-अलग तरह की सर्जरी कराई।
उन्होंने बताया, इनमें से 3,842 लोगों को पीएमजेएवाई जैसी सरकारी योजनाओं के तहत मुफ्त इलाज मिला। हमारी जांच में सामने आया कि इन 3,842 लाभार्थियों में से 112 की इन तीन वर्षों में इलाज के दौरान या बाद में मौत हो गई। इन मौतों की जांच के लिए चिकित्सा विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी।
अपराध शाखा ने अब तक पीएमजेएवाई के दो लाभार्थियों की एंजियोप्लास्टी में हुई मौत के सिलसिले में ख्याति मल्टीस्पेशलिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जैन और निदेशक (मार्केटिंग) चिराग राजपूत सहित सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने पहले बताया था कि दो अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिसमें अस्पताल के अध्यक्ष कार्तिक पटेल (जो विदेश में हैं) और निदेशक राजश्री कोठारी शामिल हैं। (भाषा) (File photo)
Edited By : Chetan Gour