राजस्थान के बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के प्रमुख धनपत गुर्जर ने कहा कि रविवार रात को लड़की के माता-पिता ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया था, जिसके बाद उसने बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने कहा कि लड़की और उसका बच्चा दोनों ठीक हैं।
उन्होंने बताया कि लड़की के माता-पिता उसके पेट में तेज दर्द की शिकायत के बाद उसे बालेसर अनुमंडल में उनके गांव के पास स्थित एक अस्पताल ले गए थे। अस्पताल में गर्भवती होने की जानकारी मिलने के बाद लड़की के माता-पिता चाहते थे कि डॉक्टर वहां उसका गर्भपात कर दें, लेकिन स्थानीय अस्पताल ने मामले को बहुत जटिल पाया और मामले को जोधपुर अस्पताल रेफर कर दिया और पुलिस को भी सूचित किया।
सीडब्ल्यूसी के प्रमुख ने कहा कि जोधपुर अस्पताल में लड़की ने पुलिस और डॉक्टरों को बताया कि स्कूल में दो लड़कों ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। पुलिस मामले पर चुप्पी साधे हुई है, लेकिन विभाग के सूत्रों ने कहा कि लड़की ने जिन दो लड़कों का नाम लिया है उनसे पूछताछ की जा रही है।
मामले की जानकारी मिलने के बाद सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने सोमवार को लड़की और उसके माता-पिता से मुलाकात की और मामले में हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी मामले का संज्ञान लिया है और उसकी अध्यक्ष संगीता बेनीवाल भी लड़की और उसके माता-पिता से मिलने के लिए अस्पताल में जाएंगी।(भाषा)