आरोपी 17 जनवरी तक ईडी हिरासत में : उन्होंने बताया कि अदालत ने आरोपियों को 17 जनवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। टिबरेवाल पर इस मामले में आरोपी विकास छपारिया का करीबी सहयोगी होने का आरोप है। ईडी के सूत्रों ने कहा कि उस पर दुबई में कुछ 'बेहिसाबी' संपत्तियां खरीदने और एक एफपीआई कंपनी में प्रमुख शेयरधारक होने का आरोप है जिसमें छपारिया भी शेयरधारक है।
एजेंसी को संदेह है कि ये संपत्तियां महादेव ऐप के मुनाफे से अर्जित 'आपराधिक आय' का उपयोग कर खरीदी गई थी। सूत्रों ने बताया कि अमित अग्रवाल मामले में एक अन्य आरोपी अनिल कुमार अग्रवाल का एक रिश्तेदार है। ऐसा आरोप है कि अमित अग्रवाल ने अनिल कुमार अग्रवाल से महादेव ऐप से मिला पैसा लिया और उसकी (अमित अग्रवाल) पत्नी ने मामले में एक अन्य आरोपी अनिल दम्मानी के साथ मिलकर कई संपत्तियां खरीदीं।
अवैध धन का इस्तेमाल रिश्वत देने के लिए किया : छपारिया और अनिल अग्रवाल का दुबई स्थित एक फ्लैट और एक प्लॉट को पिछले वर्ष ईडी ने जब्त कर लिया था जिनकी कीमत 99.46 करोड़ रुपए थी। एजेंसी ने पहले बताया था कि ऐप के जरिए अर्जित किए गए कथित तौर पर अवैध धन का इस्तेमाल राज्य में नेताओं और नौकरशाहों को रिश्वत देने के लिए किया गया था। एजेंसी ने कई मशहूर हस्तियों और बॉलीवुड कलाकारों को ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के साथ उनके लेनदेन को लेकर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था।(भाषा)