जम्मू। अनंतनाग के बिजबेहड़ा के सिरहामा गांव में वीरवार शाम से सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में अभी तक लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादी मारे गए हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मारे गए आतंकवादियों में एक टॉप कमांडर भी शामिल है तो पिछले तीन सालों से घाटी में सक्रिय था।
इलाके में और आतंकवादियों के मौजूद न होने की पुष्टि होने के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को खाली कर दिया है। मारे गए आतंकवादियों के शवों को सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिया है। मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार व गोला-बारूद भी बरामद हुआ है।
आईजीपी कश्मीर ने सिरहामा में मारे गए लश्कर-ए-तैयबा के दोनों आतंकवादियों की पहचान जाहिर करते हुए बताया कि एक आतंकी पाकिस्तान का रहने वाला था जिसका नाम अबू रेहान था। वह मार्च 2019 से घाटी में सक्रिय था। दूसरा आतंकी आदिल भट लश्कर का कमांडर था। आदिल 14 अगस्त को नौगाम में दो पुलिसकर्मियों पर हमले में भी शामिल था।
इस बीच मुठभेड़ स्थल पर फैले मकान के मलबे के साथ छेड़खानी करते समय हुए विस्फोट में चार युवक भी घायल हुए हैं। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मुठभेड़ के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने जैसे ही क्षतिग्रस्त मकान से लश्कर-ए-तैयबा के मारे गए दोनों आतंकवादियों के शवों को निकाला, उसी समय कुछ स्थानीय युवक मलबे में सामान ढूंढने के लिए वहां पहुंच गए।
इस दौरान मलबे में विस्फोट हुआ और चार युवक उसकी चपेट में आ गए। उन्हें काफी गंभीर चोटें आई हैं। घायल युवकों की पहचान इरफान अहमद, मोहम्मद यासीन रादर, शाहिद यूसुफ और मुदासिर अहमद मगरे के तौर पर हुई है।
बताया जा रहा है कि दो युवकों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें श्रीनगर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है, जबकि अन्य दो का इलाज बिजबेहाड़ा उप जिला अस्पताल में किया जा रहा है। पुलिस ने भी चार युवकों के घायल होने की पुष्टि की है।