छात्र ने बताया कि रिश्तेदार भागीरथ और हंसराज समेत कुछ लोग उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गए और एक बाग में आठ लोगों के बीच बैठाकर पूजा कराई। यहां उसकी अंगुलियों में रंग लगाकर निशान लगवाए गए, लेकिन तभी वहां मौजूद एक बाबा ने कहा कि आज शुक्रवार है। अगर वह बलि गुरुवार को देंगे तो धन मिलेगा।
छात्र ने बताया कि इसके बाद इन लोगों ने मुझे घर पर छोड़ दिया और धमकी दी कि अगर किसी को कुछ बताया तो मुझे जान से मार देंगे, लेकिन घबराए सुरेंद्र ने घर पहुंचकर अपने माता-पिता को पूरी घटना की जानकारी दी। डरा हुआ परिवार 24 घंटे सुरेन्द्र की रखवाली कर रहा है।