लोक निर्माण विभाग का 5 कमरों का विश्राम गृह पूरी तरह से जर्जर हो गया है। शनिवार रात अचानक दरारें बढ़ने से यहां सो रहे 5 से 6 मजदूरों को आनन-फानन दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा। बद्रीनाथ के पूर्व धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल के होटल के बैंक्वेट हॉल में पड़ीं दरारें चौड़ी हो गई हैं। अब तक कुल 826 भवनों में दरारें आ चुकी हैं।
सीबीआरआई की टीम की ओर से रविवार को 17 और भवनों को असुरक्षित घोषित किया गया है। इन घरों में भी लाल रंग का निशान लगा दिया गया है। भू-धंसाव से मारवाड़ी में ऊर्जा निगम के 66 केवी (किलोवॉट) के सब-स्टेशन की बिजली लाइन ध्वस्त होने की कगार पर पहुंचने से पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ व माणा गांव तक बिजली सप्लाई ठप पड़ने का खतरा पैदा हो सकता है।
इसके मद्देनजर ऊर्जा निगम विद्युत सब स्टेशन को शिफ्ट करने के लिए जगह की तलाश शुरू कर दी है। ऊर्जा निगम के डायरेक्टर एमएल प्रसाद, अधीक्षण अभियंता एसएस कंवर, अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना और एसडीओ वीके जैन ने प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर बिजली लाइनों का जायजा लिया।
Edited By : Chetan Gour