अभिनेत्री पद्मिनी की कहानी, 10 साल की उम्र में यौन शोषण, बेटियों को फिल्मों से दूर रखा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 30 अगस्त 2024 (20:54 IST)
Actress Kutti Padmini: अभिनेत्री ‘कुट्टी’ पद्मिनी ने शुक्रवार को कहा कि फिल्म उद्योग में यौन शोषण के खिलाफ कदमों को लेकर किए जा रहे वादों से कुछ हासिल नहीं होगा, जब तक कि इसको लेकर उचित कानून नहीं बनाए जाते।
 
‘कुट्टी’ पद्मिनी दक्षिण भारतीय कलाकार संघ (एसआईएए) द्वारा 2019 में ‘मीटू’ आंदोलन के दौरान गठित आंतरिक शिकायत समिति की सदस्यों में से एक हैं। अभिनेत्री ‘कुट्टी’ पद्मिनी ने कहा कि वास्तव में स्थिति इतनी खराब है कि मैंने अपनी तीन बेटियों को तमिल फिल्म उद्योग के नजदीक भी नहीं आने दिया। ALSO READ: मलयालम फिल्‍म इंडस्‍ट्री में Me Too पार्ट टू से हड़कंप, यौन उत्पीड़न के 17 केस, मोहनलाल का AMMA से इस्‍तीफा
 
पद्मिनी के अभिनय करियर की शुरुआत तब हुई थी जब वह महज तीन महीने की थीं। उन्होंने 'कुझांदैयम देइयमम (1965)' में अपने प्रदर्शन के लिए बाल कलाकार का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।
 
10 साल की उम्र में यौन शोषण : उन्होंने आरोप लगाया कि जब वह केवल 10 वर्ष की थीं, तो उन्हें यौन शोषण का सामना करना पड़ा। पद्मिनी ने कहा कि मैंने अपनी मां को इसके बारे में बताया और जब मेरी मां ने निर्माताओं से सवाल किया, तो हमें फिल्म से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इतने सालों बाद भी स्थिति वैसी ही है।
 
अभिनेता एवं एसआईएए के महासचिव विशाल द्वारा 10 सदस्यीय समिति के किए गए वादे के बारे में पूछे जाने पर पद्मिनी ने कहा कि ‘मीटू’ लहर के बाद उनके द्वारा गठित समिति कहीं नहीं गई। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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