अखिलेश ने इससे पहले कहा था कि उन्हें अपने विकास कार्यों भरोसा जताते हुए कहा कि जनता उन्हें दोबारा सत्ता में लेकर आएगी। लेकिन जिस तरह से रजत जयंती समारोह के दौरान पुराने जतना पार्टी के नेताओं ने बीजेपी को रोकने के लिए एक साथ आने की बात कही, उससे कहीं न कहीं अखिलेश भी दुविधा में पड़ गए हैं।