क्या बोले थे प्रोफेसर : सहायक प्रोफेसर हरिजन पर आरोप है कि वे अपने सोशल मीडिया एकाउंट एक्स के माध्यम से आए दिन हिन्दू समाज के देवी देवताओं पर अभद्र एवं नफरती टिप्पणी करके अपमानित करते हैं। उन्होंने कहा कि यदि आज प्रभु राम होते तो मैं ऋषि शम्भुक का वध करने के लिए उनको आईपीसी की धारा 302 के तहत जेल भेजता और यदि आज कृष्ण होते तो उनको भी जेल भेजता।
बाद में मांगी माफी : असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम का कहना है कि विभिन्न ग्रंथों का अध्ययन कर मैंने संविधान के दायरे में सवाल उठाए हैं। आज के समय में एससी-एसटी पर अत्याचार नहीं कर सकते हैं, क्योंकि संविधान की शक्ति उनके पास है। इसी आधार पर आज के परिप्रेक्ष्य में जेल भेज दिए जाने की टिप्पणी की है। किसी को ठेस पहुंची तो मैं माफी मांगता हूं। मेरा मकसद धार्मिक भावनाओं को भड़काना नहीं है।