'आप' ने किया अमानतुल्लाह खान का इस्तीफा नामंजूर

रविवार, 11 सितम्बर 2016 (23:02 IST)
नई दिल्ली। अपने विधायक अमानतुल्लाह खान का जोरदार बचाव करते हुए आम आदमी पार्टी ने रविवार को उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया, जिन्होंने यौन उत्पीड़न के आरोप लगने के बाद इस्तीफा दिया था। पार्टी ने कहा कि उनसे जुड़ा विवाद परिवार का अंदरुनी विवाद है जिसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
 
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसोदिया ने दावा किया कि पार्टी की आंतरिक जांच में खान की कोई गलती सामने नहीं आई  है और कहा कि उन्हें इसलिए निशाना बनाया जा रहा कि वे वक्फ बोर्ड में प्रभावशाली लोगों से जुड़े जमीन घोटालों का पर्दाफाश कर रहे हैं।
 
सिसोदिया ने तथ्यों की पुष्टि किए बगैर ही आप नेताओं के खिलाफ खबरें चलाने को लेकर मीडिया को भी खरीखोटी सुनाई।
 
उन्होंने दिल्ली पुलिस को ‘मोदीजी की पुलिस’ करार देकर उस पर भी निशाना साधा और कहा कि पुलिसकर्मियों के दिमाग में पहले से ही धारणा बनी हुई है और वे सत्य का सत्यापन किए बगैर ही आरोप पर ही आप कार्यकर्ताओं को उठा रहे हैं।
 
सिसोदिया ने कहा, हमने अन्य मामलों की तरह अमानतुल्लाह खान मामले में तथ्यों की परख की। यह पारिवारिक अंदरुनी मामला है। विवाद उनके साले के परिवार में है। यह कहा जा रहा है कि खान के साले और उसकी बीवी एक-दूसरे को तलाक दे चुके हैं। अमानतुल्लाह उनसे कोई संवाद भी नहीं कर रहे हैं। 
 
उन्होंने कहा, परिवार के अंदरुनी मामले को राजनीतिक रंग दिया जा है। उन्हें इस मामले में इसलिए घसीटा जा रहा है क्योंकि वे वक्फ जमीन घोटालों को बड़ी ईमानदारी से पर्दाफाश करते रहे हैं। जो लोग वक्फ मुद्दों को समझ रहे हैं, उन्हें मालूम है कि कैसे प्रभावशाली लोगों ने वक्फ की जमीनें हथिया ली है। अमानतुल्लाह इन घोटालों को रोक रहे हैं, अतएव उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। 
 
बीफ्रिंग के दौरान दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा और आप की दिल्ली इकाई के संयोजक दिलीप पांडे सिसोदिया के साथ थे। खान ने कल दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष और हज समिति से यह दावा करते हुए इस्तीफा दे दिया था कि उन्हें झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। उन्होंने विधायक के रूप में और पार्टी के राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य के रूप में भी अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। (भाषा)

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