केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने शुक्रवार को देशभर के 150 प्रमुख जलाशयों के ताजा भंडारण स्तर की स्थिति पर अपना साप्ताहिक बुलेटिन जारी किया। जल विद्युत परियोजनाओं और जलापूर्ति के लिए महत्वपूर्ण इन जलाशयों की संयुक्त भंडारण क्षमता 178.784 अरब घन मीटर (बीसीएम) है, जो देश में निर्मित कुल भंडारण क्षमता का लगभग 69.35 प्रतिशत है।
जलाशयों का मौजूदा भंडारण 10 वर्ष के औसत से भी कम : सीडब्ल्यूसी के मुताबिक बृहस्पतिवार तक इन जलाशयों में उपलब्ध जल भंडारण 37.662 बीसीएम है, जो उनकी कुल क्षमता का 21 प्रतिशत है। जलाशयों का मौजूदा भंडारण 10 वर्ष के औसत (सामान्य) भंडारण 41.446 बीसीएम से भी कम है। इस प्रकार, मौजूदा भंडारण पिछले वर्ष के स्तर का 80 प्रतिशत तथा इस अवधि के सामान्य भंडारण का 91 प्रतिशत है। उत्तरी और पूर्वी भारत के बड़े हिस्से लंबे समय से भीषण गर्मी की चपेट में हैं, जिससे राष्ट्रीय राजधानी सहित देश के कई क्षेत्रों में जल संकट पैदा हो गया है।
जलाशयों की भंडारण क्षमता के मद्देनजर देश के दक्षिणी क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हैं। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु जैसे राज्यों में 42 जलाशय हैं, जिनकी कुल भंडारण क्षमता 53.334 बीसीएम है। मौजूदा समय में इन जलाशयों में उपलब्ध भंडारण 8.508 बीसीएम (क्षमता का 16 प्रतिशत) है, जो पिछले वर्ष के 21 प्रतिशत और सामान्य भंडारण 20 प्रतिशत से कम है।
देश के उत्तरी राज्यों में निगरानी वाले 10 जलाशय हैं : हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित देश के उत्तरी राज्यों में निगरानी वाले 10 जलाशय हैं, जिनकी कुल क्षमता 19.663 बीसीएम है। इनमें वर्तमान भंडारण 5.488 बीसीएम (क्षमता का 28 प्रतिशत) है, जो पिछले वर्ष के 39 प्रतिशत और सामान्य भंडारण से 31 प्रतिशत से कम है। असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नगालैंड और बिहार समेत पूर्वी क्षेत्र में कुल 23 जलाशय हैं, जिनकी कुल भंडारण क्षमता 20.430 बीसीएम है।
इन जलाशयों में उपलब्ध मौजूदा भंडारण 3.873 बीसीएम (क्षमता का 19 प्रतिशत) है, जो पिछले वर्ष के 18 प्रतिशत से थोड़ा बेहतर है, लेकिन सामान्य भंडारण 23 प्रतिशत से कम है। देश के पश्चिमी क्षेत्र में, गुजरात और महाराष्ट्र के 49 जलाशयों की कुल क्षमता 37.130 बीसीएम है। इन जलाशयों में मौजूदा भंडारण 7.608 बीसीएम (कुल भंडारण क्षमता का 20.49 प्रतिशत) है।
देश के मध्य क्षेत्र में हैं 26 जलाशय : देश के मध्य क्षेत्र में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं, जहां 26 जलाशय हैं और उनकी कुल भंडारण क्षमता 48.227 बीसीएम है। इन जलाशयों में मौजूदा भंडारण 12.185 बीसीएम (क्षमता का 25 प्रतिशत) है, जो पिछले वर्ष के 32 प्रतिशत और सामान्य भंडारण क्षमता का 26 प्रतिशत से भी कम है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour