हजारे ने यहां नगर पालिका मैदान पर भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय किसान महापंचायत में कहा कि आज देश का किसान बदहाल है। देश में किसानों द्वारा आत्महत्या के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। सरकार ने किसानों के प्रति कल्याणकारी स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू नहीं की। केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को उन्होंने कई बार पत्र भी लिखे लेकिन कुछ नहीं हुआ।
उन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए कहा कि मोदी सरकार को मौका देने के लिए वे साढ़े 3 साल तक कुछ नहीं बोले, लेकिन सरकार को किसान की नहीं उद्योगपतियों की चिंता है। उसने लोकपाल को कमजोर कर दिया है। मोदी जो कदम उठा रहे हैं उससे लोकतंत्र खतरे में है और देश हुकुमशाही की तरफ जा रहा है।
हजारे ने कहा कि देश के सभी राज्यों में अनशन के साथ अहिंसक तरीके से जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। जब तक किसानों की बात नहीं मानी जाएगी, तब तक लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने किसानों से अपने आंदोलन को समर्थन देने की अपील भी की। (भाषा)