डोले ने कहा कि दास ने तीन पन्नों का हाथ से लिखा एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें विभिन्न लोगों के नाम हैं, जिनपर उनकी बड़ी रकम बकाया थी।
उन्होंने लिखा है, 'कुल मिलाकर लगभग 50 लाख रुपये बकाया हैं, जिसमें लालुक कॉलेज में एक कोविड केयर सेंटर में भोजन की आपूर्ति के लिए सरकार पर बकाया 17 लाख रुपये भी शामिल हैं।'
तनु ने कहा, 'उन्होंने अनुबंध पर काम करने के लिए विभिन्न व्यक्तियों से ऋण लिया था। हालांकि, उन्हें पूरा करने के महीनों बाद भी, कोई भुगतान नहीं किया गया। इसने हमारे दैनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया और वह भारी मानसिक तनाव में थे।' (भाषा)