हालांकि सरकार उनको अपनी नागरिकता साबित करने के लिए कई मौके देगी। लेकिन जो लोग इसके बाद भी सूची से बाहर रहेंगे, उन लोगों को रखने के लिए असम के गोलपाड़ा में सबसे बड़ा डिटेंशन सेंटर बनाया जा रहा है। इसके लिए कई दिनों से जोरोशोर से काम जारी है। यह प्रोजेक्ट दिसंबर 2018 में शुरू हुआ था और दिसंबर 2019 तक खत्म हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि असम एनआरसी की फाइनल लिस्ट 31 अगस्त 2019 को जारी की गई थी। इसके लिए 6 साल तक की लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। एनआरसी (NRC) के लिए आवेदन करने वाले लोगों में से 31 करोड़ 1 लाख 21 हजार 4 लोगों को इसकी अंतिम लिस्ट में शामिल किया गया, जबकि 19 लाख 6 हजार 657 लोगों को इस सूची से बाहर रखा गया था।