उन्होंने यहां कहा कि पुलिस भर्ती प्रश्न पत्र लीक मामले में मुख्य अपराधी को पकड़ने के लिए पिछले कुछ दिनों में कई जिलों में छापे मारे गए हैं। महंत ने कहा कि हमारा मुख्य मकसद उस व्यक्ति का पता लगाना है जिसने प्रश्न पत्र लीक किया था। हम इसके लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि घोटाले के सिलसिले में दर्ज पांच मामलों में अब तक 45 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने पिछले 24 घंटे में बोंगाईगांव से 3.4 करोड़ रुपए, बारपेटा से 1.7 करोड़ रुपए, चिरांग से तीन लाख रुपए और दूसरी जगहों से 15 लाख रुपए बरामद किए। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने मामले में जांच की प्रगति के बारे में बताया, हम पिछले 20 दिनों से मामले की जांच कर रहे हैं और अब यह जांच कर रहे हैं कि प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ था।
सीआईडी के महानिरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने कहा कि जांच के दौरान बड़ी मात्रा में दस्तावेज और डिजिटल सबूत एकत्र किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विभाग 90 दिनों की निर्धारित अवधि के भीतर आरोप पत्र तैयार करने की कोशिश कर रहा है, ताकि उसे दाखिल किया जा सके।
पुलिस भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले के मुख्य आरोपियों में से एक, सेवानिवृत्त डीआईजी पीके दत्ता को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था और उन्हें छह दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। इसके अलावा भाजपा के निष्कासित नेता दिबन डेका को एक अक्टूबर को पकड़ा गया था।