वडोदरा के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, इन लोगों पर हमला तब हुआ जब स्थानीय लोगों की बात पर ध्यान नहीं दिया। स्थानीय लोग उनसे वहां लुंगी पहनकर अभद्र तरीके से बैठने से मना करते थे। उन्होंने कहा कि इस घटना को हिन्दीभाषियों के खिलाफ नफरत की घटना के तौर पर नहीं देखा जा सकता है।
पुलिस के अनुसार, जिन लोगों पर हमला किया गया वे सब बिहार के हैं। इनमें से छह प्लम्बर और एक इंजीनियर है। पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने एक मोटरसाइकल को आग लगाई, वह इसी इंजीनियर की थी। हमलावरों की पहचान धीरू परमार, हार्दिक परमार और निकुंज वाघेला के रूप में की गई है।