बिहार के औरंगाबाद के जिलाधिकारी ने एक बयान दिया है, जिसके चलते विवाद पैदा हो गया है। जिलाधिकारी कंवल तनुज ने शनिवार को कहा कि जो अपनी पत्नियों के लिए शौचालय का निर्माण नहीं करा सकते, उन्हें अपनी पत्नियों को बेच देना चाहिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा, 'शौचालयों की कमी के कारण महिलाओं की प्रताड़ना होती है और उनका बलात्कार होता है। एक शौचालय के निर्माण में केवल 12 हजार रुपए की लागत आती है। क्या 12 हजार रुपए किसी की पत्नी की मर्यादा से ज्यादा हैं? कौन 12 हजार रुपए के बदले अपनी पत्नी का बलात्कार होने दे सकता है?'