बिहार : बेगूसराय फायरिंग पर एक्शन, 7 पुलिसकर्मी सस्पेंड, 18 घंटे बाद भी बदमाशों का सुराग नहीं

बुधवार, 14 सितम्बर 2022 (18:35 IST)
बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में एक मोटरसाइकल पर सवार होकर आए 2 लोगों ने मंगलवार शाम को सड़क से गुजरने के दौरान अलग-अलग स्थानों गोलीबारी की। इससे एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 11 अन्य जख्मी हो गए। पुलिस अधीक्षक योगेन्द्र कुमार ने गोलीबारी मे एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि घायलों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मामले में 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। 18 घंटे बाद भी बदमाशों का सुराग नहीं लग पाया है।
 
उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में बछवाड़ा इलाके में दो लोगों को मोटरसाइकिल पर सवार होकर जाते हुए देखा गया है। कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय चंदन कुमार के तौर पर की गई है। पुलिस ने बताया कि बंदूकधारियों ने बरौनी तापघर चौक, बरौनी, तेघरा, बछवाड़ा और राजेंद्र पुल के पास अंधाधुंध गोलीबारी की। पुलिस अधीक्षक के मुताबिक संबंधित इलाकोँ की नाकेबंदी कर आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
 
7 पुलिसकर्मी निलंबित : गोलीबारी के सिलसिले में गश्त में चूक के आरोप में 7 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गश्त में लगे सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है, क्योंकि वे अज्ञात बदमाशों को नहीं रोक सके, जिन्होंने कई स्थानों पर लोगों पर गोलीबारी की। उन्होंने बताया कि पुलिस हमलावरों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि सुचारू ढंग से गश्त की गई होती तो अपराधी पकड़े जा सकते थे और यह स्पष्ट रूप से लापरवाही को दर्शाता है ।उन्होंने कहा कि इसके लिये सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया ।
 
इन्हें किया गया निलंबित : उन्होंने बताया कि इनमें फुलवड़िया थाने के आरक्षी निरीक्षक शशि भूषण सिंह, जीरोमाईल पुलिस चौकी के आरक्षी निरीक्षक मुकरू हेम्ब्रम, चकिया पुलिस चौकी के सहायक आरक्षी निरीक्षक विनोद प्रसाद, तेघड़ा थाना के सहायक आरक्षी निरीक्षक कृष्ण कूमार, एफसीआई पुलिस चौकी के रमेन्द्र कुमार यादव, बरौनी थाने के संजय कुमार एवं बछवाड़ा थाने के रामकिशोर सिंह शामिल हैं।
 
भाजपा ने बताया जंगलराज : इस बीच बेगूसराय से सांसद तथा केंद्रीय मंत्री गिरिराजसिंह ने पटना में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार में जब भी महागठबंधन सरकार आती है तो राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगती है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब जंगल राज को जनता राज करार दिया है, जो हास्यास्पद है। वह (मुख्यमंत्री) राज्य में राजद नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं। सिंह के आज शाम को बेगूसराय पहुंचने की उम्मीद है।
 
भाजपा ने बिहार में अपराध की घटनाओं और राज्य सरकार के एक मंत्री के कथित विवादास्पद बयान को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि उन्हें अब ‘सुशासन बाबू’ का स्वांग रचना बंद कर देना चाहिए। पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बिहार के बेगूसराय में हुई गोलीबारी की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि बिहार में अपराधी बेखौफ़ घूम रहे हैं और इस वजह से राज्य की जनता में ही नहीं, बल्कि निवेशकों में भी नाराजगी है।
 
उन्होंने राज्य के कृषि मंत्री के उस बयान के लिए भी मुख्यमंत्री को आड़े हाथों लिया जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि उनका विभाग ‘चोरों’ से भरा है और वह (नीतीश) उसके ‘सरगना’ हैं। प्रसाद ने कहा कि कमाल है...सुशासन बाबू, आपको नए मित्रों के साथ क्या क्या पदवी मिल रही है, और आप कुछ कर पाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कुमार को दिल्ली में ‘‘सुशासन बाबू’’ का स्वांग रचना बंद करना चाहिए और पहले अपना घर संभालना चाहिए।
 
भाजपा से अलग होकर नीतीश कुमार की जनता दल यूनाईटेड ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से हाथ मिला लिया और राज्य में महागठबंधन की सरकार बनाई थी। नीतीश के पाला बदलने के बाद भाजपा अपराध के मुद्दे पर लगातार उन्हें घेरने की कोशिश कर रही है।
 
प्रसाद ने कहा कि भाजपा ने बार-बार इस बात को उठाया है कि बिहार में राजद का राज आएगा तो खौफ और कुशासन बढ़ेगा क्योंकि राजद की बुनियाद ही ‘माफियाओं’, भ्रष्ट लोगों और भ्रष्टाचार पर टिकी है। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के ‘सुशासन’ की यह हालात है कि उनके कैबिनेट से इस्तीफा देने वाले पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह ही कानून से अभी तक फरार हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में जदयू-राजद की सरकार कितने दिन चलेगी, यह कहना मुश्किल है।

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