राज्य में 15 वर्षों बाद सत्ता में वापस लौटी कांग्रेस में नई सरकार के गठन को लेकर कांग्रेसजनों में काफी उत्साह होने के चलते शपथ ग्रहण का भव्य कार्यक्रम साइंस कॉलेज मैदान में रखा गया था, लेकिन रविवार रात से मौसम खराब होने तथा वर्षा जारी रहने से इसे इंडोर स्टेडियम में आयोजित करना पड़ा।
बघेल के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री नाराय़णसामी, पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव, आनन्द शर्मा, मोहसिना किदवई, मोतीलाल वोरा, लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिकार्जन खड़गे, निवर्तमान मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह राज्य के कांग्रेस प्रभारी पीएल पूनिया ज्योतिरादित्य सिंधिया, आरपीएन सिंह, उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर, पूर्व सासंद एवं उद्योगपति नवीन जिंदल समेत पक्ष-विपक्ष के कई नेता मौजूद थे।
बघेल मध्यप्रदेश को विभाजित कर 2000 में अस्तित्व में आए छत्तीसगढ़ के तीसरे तथा कांग्रेस के दूसरे मुख्यमंत्री बन गए हैं। बघेल को रविवार को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया था। छत्तीसगढ़ में पिछले 15 वर्षों से सत्ता पर काबिज रही भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेंकने और कांग्रेस को सत्ता में दो तिहाई से अधिक बहुमत के साथ वापस लाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले पिछड़े वर्ग से आने वाले किसान परिवार के बघेल की छवि एक आक्रामक नेता की है।