नई दिल्ली। राजस्थान और मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत के बाद उत्साहित कांग्रेस इन राज्यों में शपथ ग्रहण समारोह को विपक्षी एकता का मंच बनाने जा रही थी, लेकिन बसपा सुप्रीमो और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस के इस 'सपने' को झटका दे दिया। कहीं न कहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के विपक्ष के एकजुट करने के 'सपने' को भी झटका लगा है।
हालांकि ममता बनर्जी ने कहा है कि वे पारिवारिक मजबूरियों के चलते शामिल नहीं हो पाएंगी, लेकिन उनकी तरफ से उनके प्रतिनिधि वहां मौजूद होंगे, लेकिन मायावती और अखिलेश ने शामिल नहीं होने के लिए अभी तक कोई कारण नहीं बताया गया है।