देहरादून। उत्तराखंड में लगातार भारी बारिश के कारण भूस्खलन के मलबे में एक महिला दब गई, जिसे अब तक निकाला नहीं जा सका है, इस बीच देहरादून-ऋषिकेश मार्ग पर एक पुल के क्षतिग्रस्त होने तथा राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अनेक मार्गों पर मलबा आने और पुश्ते टूटने के कारण यातायात अवरुद्ध होने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रदेश के पिथौरागढ़ के धारचूला क्षेत्र के जोशी गांव में भारी बारिश के दौरान एक मकान पर भूस्खलन का मलबा गिरने से एक महिला उसके नीचे दब गई। धारचूला के उपजिलाधिकारी एके शुक्ला ने बताया कि गुरुवार देर रात हुई इस घटना की जानकारी मिलने के बाद 23 वर्षीय पशुपति देवी की तलाश के लिए एक टीम भेजी गई है। हालांकि महिला का अब तक पता नहीं चला है।
उन्होंने बताया कि भूस्खलन का मलबा गिरने से क्षेत्र के 13 अन्य मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। देहरादून में भारी बारिश के कारण नदी में आए ज्यादा पानी से सहस्त्रधारा-मालदेवता मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उसका स्थलीय निरीक्षण किया और देहरादून के जिलाधिकारी राजेश कुमार को सड़क के क्षतिग्रस्त भाग को जल्द से जल्द ठीक करने के निर्देश दिए।
देहरादून से ऋषिकेश के रास्ते में पड़ने वाला रानी पोखरी पुल भी भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गया। जाखन नदी पर बने रानीपोखरी पुल के दो स्लैब भारी बारिश से बह गए। ऋषिकेश छोर की तरफ 15 फुट का स्लैब जब सुबह बहा, उस समय उस पर तीन वाहन भी थे, जो उसी के साथ नदी में गिर गए। इनमें सवार तीन लोग मामूली रूप से घायल हुए।
इस बीच, ऋषिकेश के नटराज चौक पर पुलिस देहरादून, हरियाणा, हिमाचल की तरफ जाने वाले यातायात को नेपाली फार्म के तिराहे की तरफ मोड़ रही है। इसके अलावा, नरेंद्र नगर से थोड़ा आगे टिहरी की तरफ जाने वाले मार्ग आगराखाल के पास टूटकर बह गया जिससे टिहरी व उत्तरकाशी का आल वेदर रोड के जरिए ऋषिकेश-देहरादून-हरिद्वार से संपर्क कट गया।
उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बगडधार और हिंडोलाखाल सहित कई स्थानों पर बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है जबकि फकोट के निकट बेमुंडा और सोनी गांवों के बीच राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा बह गया। जिलाधिकारी ने बताया कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग भी भूस्खलन से कई जगह बाधित हुआ है। पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के ज्यादा स्थानों पर भारी बारिश हो रही है।(भाषा)