तेजस्वी ने आरोप लगाया था कि एक पुस्तक के कॉपीराइट को लेकर मुख्यमंत्री पर कथित हत्या का मुकदमा चला और उन्हें जुर्माना देना पड़ा था। नीतीश ने तेजस्वी पर हमला बोलते हुए कहा कि 'हम बर्दाश्त करते रहते हैं। हम कुछ नहीं कहते। इसको उपमुख्यमंत्री किसने बनाया था और इस पर जब आरोप लगा तो हमने कहा कि जनता के बीच जाकर सफाई दें। सफाई नहीं दी तब हमने छोड़ दिया। आज चार्जशीटेड हैं।'
इससे पूर्व तेजस्वी ने नीतीश पर निजी प्रहार करते हुए कहा था कि 'आपके तो एक बेटे हैं। मुख्यमंत्री के एक बेटे हैं, है कि नहीं यह वही बताएंगे.... लेकिन हम इतना जरूर कह सकते हैं कि कि हमने चुनाव के दौरान किसी पर निजी हमला नहीं किया और केवल मुद्दे की बात की। मुख्यमंत्री बच्चे (दूसरों के) गिनते रहे। इनके एक बेटे हैं लेकिन लोग तो यह भी कह सकते हैं कि बेटी के डर से दूसरी संतान क्यों नहीं पैदा किए।'
तेजस्वी की इस टिप्पणी पर नीतीश से सदन में कहा कि 'कोई सत्ता में है, कोई विपक्ष में है। सबकी अपनी-अपनी इच्छाएं हैं। मुझे उस पर कुछ नहीं कहना लेकिन एक बात कहेंगे आग्रहपूर्वक। आगे बढ़ना है तो कुछ मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। कभी अमार्यादित ढंग से कोई काम करने की जरूरत नहीं।
वैशाली की जनसभा में नीतीश ने कहा था कि 'क्या किसी को चिंता है, लोग आठ—आठ, नौ—नौ बच्चे पैदा करते रहते हैं। क्या मालूम किसी को। बेटी पर भरोसा ही नहीं। कई बेटियां हो गईं तब बेटा हुआ। आप सोच लीजए कैसा बिहार बनाना चाहते हैं। ऐसा ही बिहार बनाना चाहते हैं।' (भाषा)