बिहार के वैशाली जिले में विशुन रॉय कॉलेज के सचिव सह प्रधानाचार्य बच्चा राय उर्फ अमित कुमार के खिलाफ धनशोधन निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई, जब सीबीएसई के 10वीं और 12वीं कक्षा के 2 प्रश्नपत्र लीक हो गए और पुलिस दोषियों की तलाश कर रही है।
ईडी ने एक बयान में बताया कि उसने लालगंज, महुआ, भगवानपुर और हाजीपुर में बच्चा राय के नाम पर दर्ज 16 प्लॉट और उसकी पत्नी संगीता राय के नाम पर दर्ज 13 प्लॉट कुर्क कर लिए हैं। बच्चा राय की बेटी शालिनी राय के नाम से बैंक में जमा राशि, पटना में एक फ्लैट और हाजीपुर में राय परिवार के दो मंजिला मकान को भी कुर्क कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में कथित अनियमितताओं की जांच के दौरान पिछले साल धनशोधन का मामला दर्ज किया था।
बिहार में साल 2016 में हुए इस घोटाले से हड़कंप मच गया था। यह घोटाला तब सामने आया, जब आर्ट्स श्रेणी में टॉप करने वाली वैशाली जिले में विशुन रॉय कॉलेज की छात्रा रुबी राय मामूली से सवालों का जवाब भी नहीं दे पाई थी और उसने 'पॉलिटिकल साइंस' को 'प्रोडिगल साइंस' बताया था। इस घोटाले से शर्मसार हुई राज्य सरकार ने मामले की एसआईटी जांच के आदेश दिए थे।
ईडी ने आरोप लगाया कि घोटाला सामने आने के बाद राय और उसकी पत्नी ने पिछले साल के मुकाबले आयकर रिटर्न में गड़बड़ी की और खेती से होने वाली अपनी आय तकरीबन 70 गुना अधिक घोषित की। बीएसईबी के अध्यक्ष प्रसाद और 4 प्रधानाचार्यों समेत कुल 8 लोगों पर ईडी ने मामला दर्ज किया। इस मामले में यह कुर्की की पहली कार्रवाई है। ईडी ने कहा कि मामले की आगे जांच की जा रही है। (भाषा)