बिकरू कांड : मां को देख भावुक हुई खुशी, बोली इस हालत में नहीं हूं कि कुछ बोल सकूं, सुप्रीम कोर्ट पर है भरोसा
कानपुर देहात। कानपुर देहात में 30 महीने से जेल में बंद बिकरू कांड की आरोपित खुशी दुबे की शनिवार को जेल से रिहाई हो गई।जिसके बाद शनिवार को जेल प्रशासन ने प्रक्रिया को पूरा करते हुए खुशी दुबे को रिहा कर दिया। जेल से छूटते ही खुशी दुबे अपनी मां को देखकर भावुक हो गई और उनके गले लगकर रोने लगी।इस दौरान भावुक खुशी दुबे ने कहा कि उसे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और उसे न्याय जरूर मिलेगा।
इस हालत में नहीं हूं कि कुछ बोल सकूं : कानपुर देहात जेल से रिहा होते ही अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित के साथ जेल से बाहर आते ही खुशी दुबे ने कहा कि मैं अभी इस हालत में नहीं हूं कि आपको कुछ बता सकूं। मैं सिर्फ इतना जानती हूं कि 4 जुलाई 2020 को मैं थाने गई थी और 8 जुलाई 2020 को जेल भेज दी गई थी। मुझे और कुछ नहीं पता है कि क्या हुआ था लेकिन मुझे सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है कि मुझे न्याय मिलेगा।
क्या था मामला : कानपुर नगर के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव में 2 जुलाई, 2020 को दबिश देने गई पुलिस टीम पर गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने फायरिंग कर दी थी।घटना में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। मामले में मुठभेड़ में मारे जा चुके अमर दुबे की पत्नी खुशी के खिलाफ एसआईटी (विशेष जांच टीम) ने फर्जी दस्तावेज लगा सिमकार्ड लेने की रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया था और वहीं बिकरू कांड में पुलिस ने खुशी दुबे को सह आरोपी बनाया था, जिसके चलते वह कानपुर देहात जेल में बंद थी।
Edited By : Chetan Gour