देहरादून। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, उत्तराखंड भाजपा में क्या कुछ मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी का खतरा पार्टी और सरकार को भी महसूस हो रहा है? यह बात अब खुलकर सामने आती दिख रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज सुबह बिना किसी पूर्व सूचना के अचानक कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के यमुना कॉलोनी स्थित सरकारी आवास पर नाश्ते पर पहुंच गए।
उनका इस तरह अचानक पार्टी के मंत्री के घर बिना सूचना दिए पहुचना इसे साबित कर रहा है। बताया जा रहा है कि इस मुलाकात में सीएम धामी और मंत्री यशपाल आर्य के बीच कई मुद्दों पर अनौपचारिक चर्चा हुई। पिछले दिनों हुए कुछ घटनाक्रम और नेताओं की बयानबाजी के बाद ये सियासी गलियारे में ये इस बात को लेकर चर्चा है कि कांग्रेस पृष्ठभूमि के नेताओं को लेकर बीजेपी में पूरी तरह सहज माहौल नहीं है।
हालांकि सीधे-सीधे किसी ने कोई ऐसा बयान अब तक नहीं दिया है लेकिन हरक सिंह, सतपाल महाराज और सुबोध उनियाल जैसे कांग्रेसी गोत्र के नेता जो बीजेपी में गए, सब पिछले दिनों विधायक उमेश काऊ के साथ हुई घटना को लेकर उनके साथ जैसी एकजुटता दिखाते दिखे उससे यह सार्वजनिक हो गया की पार्टी में सभी ऑल इज वेल नहीं है।
कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य उत्तराखंड में दलित समाज में एक बड़ा नाम हैं। उनके बेटे संजीव आर्य भी नैनीताल विधानसभा से विधायक हैं। उन्होंने कांग्रेस केवल इसी कारण छोड़ी, क्योंकि कांग्रेस ने उनके बेटे को टिकट देने से तब इंकार किया था जबकि आज भी कांग्रेस आलाकमान से उनके रिश्ते सहज माने जाते हैं।