पूर्व मंत्री ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद दिन में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की। योगीश्वर ने सोमवार को विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने हुबली में विधान परिषद के सभापति बसवराज होरट्टी को अपना इस्तीफा सौंपते हुए स्पष्ट कर दिया कि वे उपचुनाव लड़ेंगे।
योगीश्वर को जद (एस) के टिकट पर मैदान में उतारने की योजना थी, लेकिन वे इसमें रुचि नहीं ले रहे थे। इसके बजाय वे चाहते थे कि कुमारस्वामी उन्हें भाजपा उम्मीदवार के रूप में समर्थन दें, जो कुमारस्वामी और उनकी पार्टी को स्वीकार्य नहीं था।(भाषा)