जिलाधिकारी ने बताया कि यह पुल बहुत पुराना था और संभवत: नहर से पानी छोड़े जाने पर खंभे ढह गए। हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि जब तक इस पुल को बहाल नहीं कर दिया जाता, तब तक प्रभावित गांवों के निवासियों को असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।
गौरतलब है कि बिहार में नदियों और अन्य जल निकायों पर बने बड़े और छोटे पुलों से जुड़ी कई दुर्घटनाएं हुई हैं। हालांकि ऐसी घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ है, लेकिन इनसे सार्वजनिक कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। (भाषा)