दरअसल तमिलनाडु की पेंरबूर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए एक उम्मीदवार ने अपने हलफनामे में 1.76 लाख करोड़ रुपए नकद होने और चार लाख करोड़ रुपए का कर्ज होने की जानबूझकर गलत घोषणा की है। ये आंकड़े 2 जी स्पैक्ट्रम घोटाले और तमिलनाडु सरकार के कर्ज बोझ के अनुमानित मूल्य को व्यंग्यात्मक ढंग से दर्शाते हैं।