केरल सरकार ने अपने लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र की झलक दिखाने के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया है। बीजू द्वारा विकसित प्रणाली व्हीलचेयर का इस्तेमाल करने वाले लोगों को हस्तचालित ब्रेक, क्लच एवं एक्सलेटर लीवर का प्रयोग कर कार चलाने की सुविधा देता है। इन्हें किसी भी कार के गियर में लगाया जा सकता है।
इस तरह की एक इकाई की कीमत 15,000 से 30,000 के बीच रखी गई है और यह कीमत व्यक्ति की शारीरिक अशक्तता पर निभर करेगी। वैसे लोग जो यह खर्च वहन नहीं कर सकते, बीजू उनके लिए यह प्रणाली नि:शुल्क लगा देते हैं। बीजू ने कोट्टायम जिले के मुक्कूट्टूतरा में अपने घर के पास एक कार्यशाला में इस प्रणाली का विकास किया। उनके साथ उनके 2 कर्मचारी काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे गर्व महसूस होता है कि मैंने 2,000 से अधिक अशक्त लोगों और साथ ही उनके परिवारों को एक नया जीवन दिया। बीजू 25 साल की उम्र में एक सड़क हादसे का शिकार हुए थे जिसमें उनकी रीढ़ की हड्डी में चोट लग गई। (भाषा)