रविकांत शर्मा दमनप्रीत सिंह से अपनी सीट वार्ड संख्या 17 पर 828 मतों के अंतर से हार गए। पूर्व महापौर एवं भाजपा उम्मीदवार दवेश मौदगिल वार्ड संख्या 21 से आप के जसबीर से 939 मतों से हार गए। पहली बार चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव लड़ रही आप, 3 वार्डों में और कांग्रेस एक में आगे चल रही है। नगर निगम के 35 वार्डों के लिए नौ मतगणना केंद्र बनाए गए हैं। वार्डों की संख्या 2016 में 26 थी जो बढ़कर अब 35 हो गई है।
परंपरागत रूप से हर 5 साल में होने वाले नगरपालिका चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलती है, लेकिन आम आदमी पार्टी के आ जाने से इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। मौजूदा नगर निकाय में भाजपा के पास बहुमत है। पिछले नगरपालिका चुनावों में, भाजपा ने 20 सीटें जीती थीं और इसकी पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के हिस्से एक सीट आई थी। कांग्रेस के हाथ बस 4 सीटें आई थीं।
भाजपा ने पिछले 5 वर्षों की अपनी उपलब्धियों के सहारे चुनाव लड़ा है जबकि, कांग्रेस और आप ने विकास कार्य करने में कथित तौर पर विफल रहने के लिए भाजपा पर निशाना साधा और 'स्वच्छ सर्वेक्षण' (स्वच्छता के लिए एक रैंकिंग) रैंकिंग में शहर के नीचे जाने पर उसकी आलोचना की। दोनों दलों ने भाजपा को दादुमाजरा कूड़ा भंडारण स्थल की समस्या न सुलझाने और आवश्यक सामग्रियों की कीमतें बढ़ने को लेकर भी घेरा है।