खबरों के मुताबिक, मुख्यमंत्री केसीआर ने अपने पैतृक गांव चिंतामडाका में रहने वाले सभी 2000 लोगों को 10-10 लाख रुपए दिए जाने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, ग्रामीण इस पैसे से कुछ भी खरीद सकते हैं और जल्द ही इस राशि को मंजूरी दूंगा।
उधर मुख्यमंत्री के इस फैसले पर विपक्ष ने करारा हमला बोला है। भाजपा नेता पी. मुरलीधर राव ने दो टूक शब्दों में कहा कि केवल एक गांव नहीं, बल्कि सूबे के सभी गांवों के लोगों को इसका लाभ मिलना चाहिए। हालांकि मुख्यमंत्री केसीआर की इस घोषणा से राज्य के राजस्व पर करीब 2 हजार करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।