मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ में 73वें अखिल भारतीय पुलिस रेसलिंग क्लस्टर का उद्घाटन करने के बाद कहा, प्राचीन काल से ही भारत की परंपरा में खेल और खेलकूद की गतिविधियों को महत्व दिया गया है। भारतीय ऋषि इस बात का उद्घोष करते हैं कि शरीरमाद्यम् खलु धर्म साधनम्, यानी धर्म के जितने भी साधन हैं, वे स्वस्थ शरीर से ही संभव हैं।
स्वस्थ शरीर के लिए खेलकूद, योगासन, प्राणायाम आदि क्रियाएं अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि देश के हर तबके का व्यक्ति खेलो इंडिया, फिट इंडिया मूवमेंट, सांसद खेलकूद प्रतियोगिता और अन्य खेल प्रतियोगिताओं के साथ जुड़ रहा है। आदित्यनाथ ने कहा पेरिस में आयोजित पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे को पूरा देश और दुनिया देख रही है कि हमारे दिव्यांग खिलाड़ियों ने कितना बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा कि खेल खिलाड़ियों को अपने कार्य के प्रति समर्पण के भाव के साथ तो जोड़ता ही है, साथ ही साथ जीवन में उतार-चढ़ाव के हर एक मोड़ पर जीतने की भी प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा, अगर किन्हीं कारणों से सफलता नहीं मिली तो खेल हर खिलाड़ी के अंदर शालीनता से उसे स्वीकार करने का सामर्थ्य भी पैदा करता है। कई बार पराजय भी बड़ी जीत का मार्ग प्रशस्त करती है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस बल के जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा रहा हो या विभिन्न प्रदेशों में कानून व्यवस्था, सुरक्षा का बेहतरीन माहौल बनाने का मुद्दा.., पुलिस अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ करने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, एशियाड व विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधी भर्ती के माध्यम से उत्तर प्रदेश पुलिस बल का हिस्सा बनाया जाता है।
उन्होंने कहा अब तक ऐसे 500 से अधिक खिलाड़ियों की प्रदेश पुलिस में भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि खेलकूद की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए 57000 ग्राम पंचायतों में खेल का मैदान, 825 विकास खंडों में मिनी स्टेडियम और 75 जनपदों में स्टेडियम निर्माण किया जा रहा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour