सिद्धि प्राप्त करने के बाद अक्सर होता है कि व्यक्ति मद में कुछ नहीं देखता, किसी को कुछ नहीं समझता। लेकिन, बाबा ने अपनी साधना व सिद्धि का उपयोग राष्ट्र व लोक कल्याण के लिए किया। योगी ने कहा, एक तरफ उन्होंने दलितों को आदिवासियों को और समाज के विभिन्न तबकों को जोड़ने का काम किया। बिना भेदभाव के एक ऐसे समाज की उन्होंने अलख जगाई, जो किसी संत, अघोराचार्य या योगी के द्वारा ही संभव था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कीनाराम ने उस समय के शासन को फटकार लगाई थी। योगी ने कहा कि ये चीजें दिखाती हैं कि एक संत और योगी कभी सत्ता का गुलाम नहीं हो सकता। अघोराचार्य बाबा कीनाराम की जन्मस्थली पर आयोजित 425 वें अवतरण समारोह में अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम, पूर्व केंद्रीय मंत्री और चंदौली के पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, राज्यसभा सदस्य दर्शना सिंह व साधना सिंह, विधायक सुशील सिंह समेत कई गणमान्य लोग उपस्थिति थे। भाषा