खबरों के मुताबिक, इंसेफलाइटिस बुखार से पीड़ित बच्चों को एईएस मान कर सिम्टम्स के आधार पर इलाज होता रहा है। सभी बच्चों का ब्लड सैंपल जांच के लिए पैथोलॉजी विभाग और आरएमआरआई, पटना भेजा गया है। एसकेएमसीएच में अभी 12 और एक अन्य अस्पताल में 7 बच्चे भर्ती हैं।
पिछले दिनों विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, अधपकी लीची को भी इसका कारण माना गया है। दरअसल लीची में पाया जाने वाला एक विशेष प्रकार का तत्व इस बुखार का कारण हो सकता है। भारतीय राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और सीडीसी ने 2013 और 2014 में इस पर शोध किया। रिपोर्ट के अनुसार, 2013 के परीक्षणों में एक विशेष लक्षण पाया गया जो किसी टॉक्सिन की वजह से हो सकता है।