Language dispute in Maharashtra: हाल ही में मुंबई के बाहरी इलाके भयंदर में मराठी में बात नहीं करने पर एक हिन्दू दुकानदार के साथ मनसे कार्यकर्ताओं द्वारा मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस (Maharashtra Chief Minister Devendra Fadnavis) ने सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करना अच्छी बात है, लेकिन भाषा के आधार पर कोई गुंडागर्दी करेगा तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं : फडणवीस ने कहा कि मैं स्पष्ट शब्दों में बताना चाहता हूं कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा पर गर्व करने में कोई गलत बात नहीं है, लेकिन भाषा के चलते अगर कोई गुंडागर्दी करेगा तो इसे हम सहन नहीं करेंगे। कोई अगर भाषा के आधार पर मारपीट करेगा तो इसे सहन नहीं किया जाएगा। जिस प्रकार की घटना हुई है उस पर पुलिस ने कार्रवाई भी की है और आगे भी अगर कोई इस तरह भाषा को लेकर विवाद करेगा तो कार्रवाई होगी।
7 मनसे कार्यकर्ता गिरफ्तार : राज ठाकरे (Raj Thackeray) के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के 7 कार्यकर्ताओं को मराठी न बोलने पर एक दुकान मालिक के साथ मारपीट करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था। हालांकि उन्हें जल्द ही छोड़ दिया गया। अधिकारी ने बताया कि पुलिस द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद आरोपियों को जाने दिया गया।
क्या है पूरा मामला : यह घटना मंगलवार को ठाणे जिले के भयंदर इलाके में हुई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए हमले के वीडियो में कुछ हमलावर मनसे के चुनाव चिह्न वाले पटके पहने दिखाई दे रहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक आरोपी ने दुकान मालिक से मराठी में बात करने को कहा जिस पर व्यक्ति ने उनसे सवाल किया। एक आरोपी दुकानदार पर चिल्ला रहा था और उसके साथ मौजूद कुछ अन्य लोगों ने दुकानदार को थप्पड़ मारे। इसके बाद काशिमीरा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता के तहत मनसे के 7 कार्यकर्ताओं के खिलाफ दंगा, धमकी और मारपीट का मामला दर्ज किया। (एजेंसी/वेबदुनिया)