एसएसबी की ओर से यहां जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि यह जहर कोबरा सांप का है और यह द्रव,पावडर तथा ठोस क्रिस्टल के रूप में है। बताया जा रहा है कि सिलीगुड़ी कारिडोर के जरिए इस जहर को चीन में भेजा जाना था जहां दवाओं के तौर पर इस्तेमाल किए जाने में इसकी काफी मांग है। इसका इस्तेमाल रेडियो थैरेपी, कैंसर के उपचार और अन्य दवाओं के रूप में किया जाता है।