पर्रिकर ने इस साल 14 मार्च को राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी। उनके लिए जरूरी है कि वे मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालने के 6 महीने के अंदर विधानसभा के लिए निर्वाचित हों। राज्य में फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने सरकार बनाई थी जिसके बाद पर्रिकर ने रक्षामंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
गोवा कांग्रेस विधानमंडल दल (सीएलपी) के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि जिस किसी निर्वाचन क्षेत्र से पर्रिकर चुनाव लड़ेंगे कांग्रेस उनके खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगी। पार्टी ने उपचुनाव में पर्रिकर को हराने का निर्णय किया है। भाजपा को अभी यह तय करना है कि किस विधानसभा क्षेत्र से पर्रिकर चुनाव लड़ेंगे।
कावलेकर ने कहा कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस का मजबूत सांगठनिक ढांचा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास योग्य नेता हैं, जो पर्रिकर को टक्कर दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सभी विधायक एकजुट हैं और उन्होंने पर्रिकर को हराने का संकल्प लिया है।