उल्लेखनीय है कि विधायकों की संख्या बल के आधार कांग्रेस की दो और एक सीट भाजपा की पक्की मानी जा रही हैं और चौथी सीट पर अब सांसद सुभाष चंद्रा ने निर्दलीय के रुप में अपना नामांकन भरने के बाद मुकाबला रोचक होने की संभावना है। हालांकि कांग्रेस का दावा है कि निर्दलीय एवं कुछ क्षेत्रीय दल पहले से ही सरकार के समर्थन में खड़े हैं और वह इस चुनाव में 3 सीट हासिल करेगी।