भाजपा विधायक राम कदम ने कहा कि राजनीति के लिए ये बयानबाजी दुर्भाग्यपूर्ण है। क्या हो गया है इन्हें? एक ओर शरद पवार की चुप्पी, दूसरी ओर उद्धव ठाकरे की चुप्पी। परिवार को कैसे राजनीति में लाएं उन्हें (उद्धव ठाकरे) बस इसी बात की पड़ी है। ये सोची समझी राजनीति है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार गुट का शिर्डी में मेलावा चल रहा है। इसमें डॉ. जितेंद्र अवार्ड ने पत्रकारों से मुलाकात में कहा कि प्रभु श्री राम यह मांसाहारी थे, 14 साल उन्होंने जो वनवास में गुजारे जो जंगल में गुजारे क्या उन्हें वहां पर खाने में क्या मिला होगा? हम प्रभु श्री राम के तरीके पर चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीराम को शाकाहारी बनाया जा रहा है। लेकिन क्या वनवास के दौरान उन्होंने मेथी की सब्जी खाई थी? इस देश में 80 प्रतिशत लोग मांसाहारी हैं और वे राम भक्त हैं। अपने बयान का समर्थन करते हुए आव्हाड ने मानवशास्त्र (एंथ्रोपोलॉजी) का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले, जब कुछ भी नहीं उगाया जाता था, तब सभी लोग मांसाहारी थे।