मामले को लेकर जब महिला थाने पहुंची तो पुलिस ने मामले को बहुत ही हल्की धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जिससे न्याय न मिलने के चलते पीड़िता अपने पिता के साथ न्याय की गुहार लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गई। मिली जानकारी के अनुसार राम किशोर संखवार ने अपनी 28 वर्षीय बेटी वंदना की शादी बर्रा के रहने वाले आकाश राज से 2015 में की थी। शादी के कुछ समय बाद से ही पति आकाश वंदना से दहेज की मांग करने लगा, जिसके चलते आकाश आए दिन पत्नी को मारता पीटता रहता था, लेकिन लोक लाज के डर से वंदना उसकी मारपीट सहती रहती और अपने घरवालों से सारी बातें छुपाती ही।
घटना के बाद वंदना के पिता रामकिशोर अपने परिवार के साथ मे वंदना के घर पहुंचे, जहां वंदना घर के बाहर खून से लथपथ खड़ी हुई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को 100 नंबर पर सूचना दी और पुलिस द्वारा वंदना को मेडिकल के लिए भेजा गया। इस दौरान राम किशोर ने थाने में आरोपी दामाद आकाश राज के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा भी दर्ज करवाया, लेकिन पुलिस विभाग में आकाश के पिता के होने के चलते पुलिस ने इस मामले में धाराएं कम करते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद पीड़ित पक्ष न्याय की गुहार को लेकर अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है।
रामकिशोर ने बताया कि हमने अपनी बेटी वंदना की शादी मेकेनिकल इंजीनियर आकाश राज से 2015 में की थी। शादी में लगभग 10 से 12 लाख रुपये भी खर्च किये। उसके बावजूद आकाश शादी के कुछ दिन बाद से ही कार की मांग करने को लेकर बेटी को आए दिन मारना पीटना शरू कर दिया। अभी अक्टूबर के महीने में भी बेटी को उसने बुरी तरह मारा था। जिसमें बेटी को लगभग 6 टांके सिर पर लगे थे। वहीं देर रात बेटी का फोन आया इस दौरान बेटी केवल रो रही थी और कुछ बोल नहीं पा रही थी।
आनन-फानन में बेटी के घर पहुंचे तो वह एक मैक्सी में खून से लथपथ खड़ी हुई थी, जिसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी और पुलिस ने मेडिकल के लिए भेज दिया और मामला दर्ज किया। लेकिन पुलिस इस दहेज के मामले को हल्का कर इसे कम धाराओं में दर्ज किया है क्योंकि आकाश के पिता भी पुलिस विभाग में हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया कि पीड़ित परिवार हमारे पास आया है जांच कराई जा रही है और संबंधित थाना को निर्देश दिया गया कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।