कक्षा 6 से 12वीं तक के छात्रों के लिए अगस्त माह में ही स्कूल खोल दिए गए थे। शुरुआती दौर में हालांकि बच्चों ने स्कूल में उपस्थिति कम दिखाई लेकिन अब यह उपस्थिति लगभग सत्तर से अस्सी फीसदी तक बताई जाने लगी है। अब प्राथमिक शिक्षा को खोलने के आज के निर्णय से स्कूली शिक्षा प्रदेश में सामान्य हो जाएगी।