जिले में शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू और वायरल बुखार का कहर बढ़ता जा रहा है। इलाज के लिए मरीज और उनके परिजन परेशान हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जगह नहीं है। गंभीर मरीजों को आगरा अथवा प्राइवेट अस्पताल में भेजने को मजबूर कर दिया जाता है, ऐसे में मरीज व परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों का आरोप है कि उचित समय पर सही इलाज नहीं मिलने से कई मरीज दम तोड़ चुके हैं। अस्पताल में बिस्तर नहीं होने के चलते कई मरीज आगरा, दिल्ली आदि शहरों के अस्पतालों में भर्ती हैं जिनका पूरा आंकड़ा प्रशासन के पास नहीं है।
शनिवार को प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार द्वारा जिले के सभी अधिकारियों की बैठक करके अव्यवस्थाओं को सुधारने और सही उपचार, दवा की व्यवस्था, सफाई व्यवस्था रखने के कड़े निर्देश दिए गए।
जिले के नोडल अधिकारी सुधीर एम वोवडे ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम अधिकारियों के साथ नगर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया और क्षेत्रीय लोगों से अपील की गई कि सभी अपने क्षेत्रों में गंदगी और जल भराव नहीं होने से प्रशासन और नगर निगम का सहयोग करें।(वार्ता)