देओल की यह टिप्पणी सिद्धू द्वारा पंजाब कांग्रेस प्रमुख पद से अपना इस्तीफा वापस लेने के 1 दिन बाद आई है। इस्तीफा वापस लेने के बाद सिद्धू ने ऐलान किया था कि वे तब तक पदभार ग्रहण नहीं करेंगे, जब तक कि देओल को महाधिवक्ता पद से हटाया नहीं जाता है और नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की नियुक्ति के लिए पैनल का गठन नहीं किया जाता है। सिद्धू ने 28 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया था।
देओल ने बयान जारी कर कहा कि सिद्धू की बयानबाजी नशे और बेअदबी के मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के प्रदेश सरकार के गंभीर प्रयासों को पटरी से उतारने का प्रयास है। उन्होंने आरोप लगाया कि नवजोत सिंह सिद्धू सरकार और महाधिवक्ता के कार्यालय के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं और वे अपने राजनीतिक सहयोगियों पर राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं।